HIMACHAL WONDERLAND
शिमला के प्रसिद्ध मैले
१ भराड़ा मेला :-
१. भराड़ा मेला कुम्हारसेन के नजदीक भराड़ा गांव में मनाया जाता है।
२) यह मेला ज्येष्ठ (मई ) माह में मनाया जाता है।
३ ) इसमें स्थानीय देवता कोटेश्वर को पालकी में लाया जाता है।
२ भोज मेला :-
१ ) यह मेला रोहड़ू तहसील के गुम्मा गावं में नवंबर माह में मनाया जाता है।
२ ) इसमें तीन देवता ''बानसोर '' परशुराम '' व् '' किल्बारु के संम्मान में मनाया जाता है।
३ ) यहाँ पर मुख्या देवता बानसोर है।
३ लवी मेला :-
१ ) यह रामपुर , शिमला में आयोजित किया जाता है।
२ ) इसका आयोजन प्रति वर्ष कार्तिक 25 मास (नवंबर ) को होता है।
३ ) इसका प्रथम आयोजन बुशहर व् तिब्बत के राजाओ के बीच हुई व्यापारिक संधि के उपलक्ष में हुआ था।
३ महासू जातर :-
१ ) यह मेला शिमला -कोटखाई सड़क से 6 km दूर महासू गावं में बैसाख माह (अप्रैल ) के तीसरे मंगलवार को दो दिन आयोजित किया जाता है।
२ ) यह मेला दुर्गा माता के प्रांगण में होता है।
४ पत्थर का खेल :-
१ ) यह खेल धामी रियासत की राजधानी ''हलोग '' में खेला जाता है।
२ ) यह दिवाली पर्व के दूसरे दिन कार्तिक माह (नवंबर ) में आयोजित किया जाता है।
३ ) यहाँ पर पूर्व काल में नर बलि दी जाती थी परन्तु बाद में नरबलि के स्थान पर पत्थर मारने का खेल;खेला जाने लगा।
६ सिप्पी मेला :------
१ ) यह मेला सिप देवता को समर्पित है। जो ज्येष्ठ माह (मई ) में सिंहपुर में आयोजित किया जाता है।
२ ) सिप्पी मेला जिला शिमला का एक प्रमुख मेला है।
७ ) ग्रीष्मोत्सव :--
१) शिमला शहर में प्रति वर्ष जून माह में आयोजित होने वाला ग्रीष्मोत्स्व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त कर चूका है।
८ ) शरद खेल महोत्सव :--
१ ) एशिया में शिमला एक मात्र ऐसा स्थान है जहाँ प्राकृतिक आइस स्केटिंग रिंक है ,
२ ) आइस स्केटिंग समानयता दिसंबर से शुरू हो शुरू होकर फरबरी तक चलता है।
रोहड़ू मेला :--
इसका आयोजन 9 व् 10 बैसाख ( अप्रैल ) पब्बर नदी के किनारे शीकरु देवता के सम्मान में आयोजित किया जाता है।
THANK YOU
१ भराड़ा मेला :-
१. भराड़ा मेला कुम्हारसेन के नजदीक भराड़ा गांव में मनाया जाता है।
२) यह मेला ज्येष्ठ (मई ) माह में मनाया जाता है।
३ ) इसमें स्थानीय देवता कोटेश्वर को पालकी में लाया जाता है।
२ भोज मेला :-
१ ) यह मेला रोहड़ू तहसील के गुम्मा गावं में नवंबर माह में मनाया जाता है।
२ ) इसमें तीन देवता ''बानसोर '' परशुराम '' व् '' किल्बारु के संम्मान में मनाया जाता है।
३ ) यहाँ पर मुख्या देवता बानसोर है।
३ लवी मेला :-
१ ) यह रामपुर , शिमला में आयोजित किया जाता है।
२ ) इसका आयोजन प्रति वर्ष कार्तिक 25 मास (नवंबर ) को होता है।
३ ) इसका प्रथम आयोजन बुशहर व् तिब्बत के राजाओ के बीच हुई व्यापारिक संधि के उपलक्ष में हुआ था।
३ महासू जातर :-
१ ) यह मेला शिमला -कोटखाई सड़क से 6 km दूर महासू गावं में बैसाख माह (अप्रैल ) के तीसरे मंगलवार को दो दिन आयोजित किया जाता है।
२ ) यह मेला दुर्गा माता के प्रांगण में होता है।
४ पत्थर का खेल :-
१ ) यह खेल धामी रियासत की राजधानी ''हलोग '' में खेला जाता है।
२ ) यह दिवाली पर्व के दूसरे दिन कार्तिक माह (नवंबर ) में आयोजित किया जाता है।
३ ) यहाँ पर पूर्व काल में नर बलि दी जाती थी परन्तु बाद में नरबलि के स्थान पर पत्थर मारने का खेल;खेला जाने लगा।
६ सिप्पी मेला :------
१ ) यह मेला सिप देवता को समर्पित है। जो ज्येष्ठ माह (मई ) में सिंहपुर में आयोजित किया जाता है।
२ ) सिप्पी मेला जिला शिमला का एक प्रमुख मेला है।
७ ) ग्रीष्मोत्सव :--
१) शिमला शहर में प्रति वर्ष जून माह में आयोजित होने वाला ग्रीष्मोत्स्व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त कर चूका है।
८ ) शरद खेल महोत्सव :--
१ ) एशिया में शिमला एक मात्र ऐसा स्थान है जहाँ प्राकृतिक आइस स्केटिंग रिंक है ,
२ ) आइस स्केटिंग समानयता दिसंबर से शुरू हो शुरू होकर फरबरी तक चलता है।
रोहड़ू मेला :--
इसका आयोजन 9 व् 10 बैसाख ( अप्रैल ) पब्बर नदी के किनारे शीकरु देवता के सम्मान में आयोजित किया जाता है।
THANK YOU
Comments
Post a Comment